
हरिद्वार: आगामी त्योहारों के मद्देनजर, खाद्य सुरक्षा विभाग की त्वरित प्रतिक्रिया टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली पनीर बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। टीम ने फैक्ट्री से भारी मात्रा में नकली पनीर और पनीर बनाने में इस्तेमाल होने वाले खतरनाक रसायन बरामद किए हैं।
खाद्य सुरक्षा आयुक्त उत्तराखंड, डॉ. आर राजेश कुमार के निर्देशों पर, संयुक्त आयुक्त खाद्य सुरक्षा उत्तराखंड, आरके सिंह और जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी महिमानंद जोशी के नेतृत्व में वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिलीप जैन और योगेंद्र पांडे की टीम ने पेपर मिल, मंगलौर के पास स्थित बरकत डेयरी पर छापा मारा। छापे के दौरान डेयरी मालिक मौके पर मौजूद नहीं थे, लेकिन चार कर्मचारी काम करते हुए पाए गए।
निरीक्षण के दौरान, पनीर निर्माण स्थल पर प्लास्टिक के डिब्बों में लगभग 1000 मिलीलीटर रसायन मिला, जिसका उपयोग पनीर बनाने में किया जा रहा था। इसके अतिरिक्त, चार टिनों में खुला रिफाइंड तेल भी मिला, जिसका उपयोग पनीर बनाने में किया जा रहा था। फैक्ट्री में स्वच्छता और स्वास्थ्य संबंधी नियमों का भी उल्लंघन किया जा रहा था।
सबसे गंभीर बात यह है कि फैक्ट्री बिना खाद्य लाइसेंस के चलाई जा रही थी। टीम ने पनीर और रिफाइंड तेल के नमूने प्रयोगशाला जांच के लिए भेजे हैं। एक डीप फ्रीजर में लगभग 1 क्विंटल नकली पनीर भी बरामद किया गया। रिफाइंड तेल और खुले रसायनों के खतरनाक उपयोग को देखते हुए, टीम ने मौके पर ही गड्ढा खोदकर उन्हें नष्ट कर दिया।
पूछताछ में, कर्मचारी रजत कुमार ने खुलासा किया कि लगभग 2 क्विंटल नकली पनीर नेहरू कॉलोनी, देहरादून स्थित गोपाल डेयरी को आपूर्ति के लिए भेजा गया था। विभाग के अधिकारियों ने इस मामले में भी कार्रवाई की है।
यह कार्रवाई त्योहारों के दौरान मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग के प्रयासों का हिस्सा है। विभाग ने जनता से अपील की है कि वे मिलावटी खाद्य पदार्थों के बारे में जानकारी मिलने पर तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।