हरिद्वार। बीएचईएल हरिद्वार के वेल्डिंग टेक्नोलॉजी विभाग द्वारा‘हैवी फेब्रिकेशन निर्माण के लिए वेल्डिंग तकनीक‘‘विषय पर,मानव संसाधन विकास केंद्र (एचआरडीसी) में आज एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इंडियन वेल्डिंग सोसाइटी (आईडब्ल्यूएस)-नॉर्थ जोन और आईआईटी-दिल्ली के सहयोग से आयोजित इस कार्यशाला का उद्घाटन,भेल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक टी.एस.मुरली ने दीप प्रज्वलन द्वारा किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए टी.एस.मुरली ने कहा कि हमें भविष्य को ध्यान में रखते हुए,वेल्डिंग के कार्यक्षेत्र में आने वाली समस्याओं को दूर करने का प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि आधुनिक वेल्डिंग तकनीकों को अपनाकर हम अपने उत्पादों की गुणवत्ता को और अधिक बढ़ा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि इस कार्यशाला में वेल्डिंग क्षेत्र से संबंधित लगभग50 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में वेल्डिंग से जुड़े विभिन्न विषयों जैसे कि धातुओं की वेल्डेबिलिटी ,हाई परफार्मेंस वेल्डिंग पावर सोर्स,स्टील कास्टिंग रिपेयर और उच्च गुणवत्ता वाली शील्डिंग गैस आदि पर विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिए गए। इस अवसर पर महाप्रबधंक (एफबीएम एंड डब्ल्यूटी) ए.के.शर्मा,आईडब्ल्यूएस-नॉर्थ जोन के अध्यक्ष मुनीश नारायण,पूर्व अध्यक्ष एस.एम.महाजन एवं फैब्रिकेशन विभाग तथा एचआरडीसी के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।